शि.वा.ब्यूरो, मुजफ्फरनगर। किसान मसीहा चौधरी चरणसिंह के जन्म दिवस के उपलक्ष पर एफेलेटिड स्कूल एवं सोशियल वैलफेयर एसोसिएशन के तत्वाधान में सरस्वती माँ स्कूल मखियाली में आज एक शैक्षिक गोष्ठी का आयोजन किया गया, जिसकी अध्यक्षता एडवोकेट ओमपालसिंह ने की। खण्ड शिक्षा अधिकारी ध्यानचन्द सहित कुलदीप सिवाच, प्रवेन्द्र दहिया, चन्द्रवीर सिंह, जिला अध्यक्ष महेशपाल सिंह, ब्लॉक, सदर अध्यक्ष विक्रम सिंह बतौर विशिष्ट अतिथि मुख्य रूप से मौजूद रहे। गोष्ठी का संचालन अमित शर्मा ने किया।
खण्ड शिक्षा अधिकारी ध्यानचन्द ने चौधरी चरणसिंह की प्रतिमा पर माल्यापर्ण किया एवं यूडाइस प्लस 2022-23 कैसे प्राप्त करें, की जानकारी दी। उन्होने नई शिक्षा के विषय में अपने विचार व्यक्त करते हुए शासन द्वारा प्रदत्त दायित्वों के निर्वहन पर बल दिया। उन्होने ब्लॉक स्तर पर आने वाली कठिनाईयों के समाधान का आश्वासन भी दिया।
कुलदीप सिंह सिवाच ने गुदडी के चौधरी चरण सिंह की किसान मसीहा के रूप में उपलब्धियों को गिनाया। उन्होंने बताया कि किस प्रकार ग्रामीण आंचल से निकलकर एक किसान का बेटा प्रधानमंत्री के सम्मानीय पद तक पहुँचा। कुलदीप सिंह सिवाच ने चौधरी चरण सिंह के विद्यार्थी जीवन से लेकर समस्त राजनैतिक परिवेश पर प्रकाश डाला।
जिला अध्यक्ष महेशपाल सिंह ने नई शिक्षा नीति पर प्रकाश डालते हुए कहा कि-
कुछ चाहत थी, कुछ सपना था, जीवन से कुछ कर दिखाने की।
नई शिक्षा नीति की बात छिड़ी, हासिल कुछ नयाकर जाने की।
उन्होंने बताया कि भारत का शिक्षा का समृद्ध एवं दिलस्प इतिहास रहा है। उन्होंने बताया कि शिक्षा के माध्यम से ही हम अपने सपने साकार कर सकते है। उन्होंने बताया कि शिक्षा के विषय में नेल्सन मंडेला ने कहा था कि शिक्षा सबसे शक्तिशाली हथियार है, जिसे आप दुनिया बदलने के लिए प्रयोग कर सकते है। उन्होने कहा कि सभी लग्न के साथ विद्यार्थियों में शिक्षा दान करें।
चन्द्रवीर सिंह ने नई शिक्षा नीति 2023 अपना प्रभाव कहाँ-कहाँ, किस प्रकार डालेगी इस पर विस्तृत प्रकाश डाला। उन्होंने वाहनों से लेकर एसएमसी के प्रभाव पर विस्तृत चर्चा की। प्रवेन्द्र कुमार दहिया ने किसान मसीहा चौधरी चरण सिंह को नमन करते हुए जमींदार खात्मा आदि अनेक नियमों पर प्रकाश डालते हुए संगठन की मजबूती पर बल दिया। उन्होंने सदर ब्लॉक अध्यक्ष पद के लिए ओमपाल सिंह एडवोकेट के नाम का प्रस्ताव रखा, जिसे सभी ने ध्वनि मत से स्वीकार किया।
प्रवेन्द्र दहिया ने अपने-अपने विद्यालयों की स्थिति को बेहतर बनाने के लिए विद्यार्थियों को समय-समय पर विद्यालय में संस्कारशाला, कैरियर काउन्सलिंग, सामान्य ज्ञान एवं इंग्लिश इम्पू्रवमेंट कार्यशाला के सुझाव रखे। गोष्ठी में ओमपाल सिंह, बीआरसी लिपिक दीपक कुमार, गय्यूर प्रधान, श्रवण कुमार त्यागी, विक्रम सिंह, अमित शर्मा तथा अन्य सदस्यों ने अपने-अपने सुझाव रखें।