होली चाइल्ड पब्लिक इण्टर कॉलेज में संविधान दिवस समारोह आयोजित

शि.वा.ब्यूरो, मुजफ्फरनगर। होली चाइल्ड पब्लिक इण्टर कॉलेज जडौदा के सभागार में संविधान दिवस समारोह का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारम्भ जिला प्रोबेशन अधिकारी सतीश चन्द गौतम, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की सचिव सलोनी रस्तोगी, जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी मैत्री रस्तोगी, बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष डॉ0 राजीव कुमार, किशोर न्याय बोर्ड के प्रधान मजिस्ट्रेट विभा धामा, जिला युवा अधिकारी प्रतिभा शर्मा, होली चाइल्ड पब्लिक इण्टर कॉलेज की अध्यक्ष रीटा दहिया और होली चाइल्ड पब्लिक इण्टर कॉलेज के प्रधानाचार्य डॉ0 प्रवेन्द्र दहिया द्वारा दीप प्रज्जवलित कर एवं डॉ0 भीमराव अम्बेडकर के चित्र पर पुष्पमाला अर्पित कर किया गया। 
सलोनी रस्तोगी ने विद्यार्थियों को सम्बोधित करते हुए बताया कि संविधान और कानून की जानकारी रखना हम सभी के लिए आवश्यक है। उन्होंने कहा कि अपने संविधान के आदेशों का पालन करना हमारा कर्तव्य है। बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष एवं किशोर न्याय बोर्ड की प्रधान मजिस्ट्रेट  द्वारा संविधान की प्रस्तावना का पाठन किया गया एवं शपथ दिलाई गई।
मैत्री रस्तोगी ने डॉ0 भीमराव अम्बेडकर को नमन करते हुए बताया कि हमारा संविधान विश्व में विशिष्ट स्थान रखता है। हमारा संविधान कठोर भी और लचीला भी है और जिसमें समय के अनुसार बदलाव भी संभव है। उन्होंने कहा कि संविधान हमें मौलिक अधिकारों  एवं मौलिक कर्तव्यों से अवगत कराता है। डॉ0 राजीव कुमार ने विद्यार्थियों को बताया कि भारत के नागरिकों  को संविधान के प्रति जागरूक करने एवं संविधान के मूल्यों याद दिलाने के लिए प्रत्येक वर्ष 26 नवम्बर को संविधान मनाया जाता है। 
प्रतिभा शर्मा ने अपने व्याख्यान मेें बताया कि आसान शब्दों में कहे तो यहां हम सब एकत्र हुए यह भी आप और हम सबका अधिकार है जो संविधान हमें देता है। उन्होंने कहा कि अधिकार के साथ-साथ हमारे कुछ नैतिक कर्तव्य भी है, जैसे राष्ट्रगान के समय सीधे खडे हो जाना, झंडा नीचे गिरा दिखाई दे तो उसे संभालकर उठाना और अपने आस-पास के वातावरण को स्वच्छ व सुन्दर बनाना आदि। 
सतीश चन्द गौतम ने बताया कि संविधान में हमें वोट का अधिकार दिया गया। उन्होंने कहा कि वोट का प्रयोग करके हम एक योग्य प्रतिनिधि को चुन सकते है। उन्होंने कहा कि बाबा साहब केवल एक विशेष वर्ग के ही नहीं, अपितु समस्त भारतवासियों के सम्मानीय है, जिन्होंने सभी को समानता का अधिकार देने की पहल की थी।  
विभा धामा ने विद्यार्थियों से सम्बोधित होते हुए बताया कि  हमे 26 नवम्बर 1949 को  संविधान दिवस मनाने का अधिकार मिला। जो हिन्दू है उनका धार्मिक ग्रंथ गीता है, मुस्लिमों का कुरान एवं ईसाइयों का बाईबिल, लेकिन भारत के नागरिकों के लिए भारतीय संविधान ही एक धार्मिक ग्रंथ है। भव्य शर्मा ने बताया कि 26 नवम्बर का दिन हमारे लिए बहुत महत्व रखता है। संविधान बनाना आसान नहीं था इसे बनाने में 2 साल 11 महीने 18 दिन लगे। हर वर्ग के लिए संविधान बनाया गया। 
आजादी के अमृत महोत्सव के उपलक्ष पर कलाकार आर्ट गैलरी, नई दिल्ली की ओर से आयोजित ऑनलाईन भारतमाता पेन्टिंग प्रतियोगिता के विजेताओं एवं प्रतिभागी विद्यार्थियों को अतिथियों एवं इस प्रतियोगिता के कोर्डिनेटर अमरीश सैनी द्वारा प्रमाण-पत्र एवं उपहार दिये गये।  कार्यक्रम के समापन पर प्रधानाचार्य डॉ0 प्रवेन्द्र दहिया ने सभी अतिथियों का अपना बहूमूल्य समय देने के लिए आभार व धन्यवाद व्यक्त किया तथा स्मृति चिह्न देकर अतिथियों को सम्मानित किया तथा विद्यार्थियों के उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए उन्हें संविधान के प्रति जागरूक व संवेदनशील रहने के लिए प्रेरित किया। संविधान दिवस समारोह मे उपस्थित सभी के द्वारा प्रवेन्द्र दहिया को सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम का संचालन डॉ0 राजीव कुमार एवं प्रवेन्द्र दहिया ने किया। कार्यक्रम में सचिन कश्यप, नितिन बालियान, मंजूला, सतकुमार, रजनी शर्मा, आजाद सिंह एवं समस्त शिक्षकों का सहयोग रहा।

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