हाॅं! मैं पलायनवादी हूॅं

दीपक कोहली, शिक्षा वाहिनी समाचार पत्र।

हाॅं! मैं पलायनवादी हूॅं
इसलिए क्योंकि मेरे साथ गांव में 
अत्याचार होता है, भेदभाव होता है
शोषण होता है, छुआछूत होती है
मारपीट होती है, दुर्व्यवहार होता है
पलायन मुझे एक नया मौका देता है
अल्मोड़ा, उत्तराखण्ड़

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