खाटू श्याम के 108 मन्दिर निर्माण का संकल्प लेकर आयोजित प्रथम भगवद् कथा सम्पन्न
शि.वा.ब्यूरो, खतौली। देश भर में भगवान् खाटू श्याम के 108 मन्दिर निर्माण का संकल्प लेकर भगवद् गीता की कथा के माध्यम से धर्म का प्रचार करने वाले कथा व्यास गिरधर जी महाराज वृंदावन वालों की प्रथम कथा का शुभारम्भ खाटूश्याम अखाड़े के महामण्डलेश्वर ब्रह्मनाथ जी महाराज के संयोजन में हुआ, जिसके मुख्य सूत्रधार हिन्दू जागरण मंच, खाटूश्याम अखाड़ा गौसेवा आयोग व गौ संरक्षण समिति से जुड़े खाटी हिन्दूवादी नेता राजेन्द्र धनगर रहे।
भागवत कथा के आयोजक ब्रह्मनाथ जी महाराज के अनुसार आज कथा के समापन अवसर पर हवन के भण्डारे का आयोजन किया गया। इस अवसर पर यज्ञमान व पुरोहित ने श्रद्धालुओं से पूर्णाहुति भी करायी। उन्होंने बताया कि कथा का श्रवण करने के लिए खाटूश्याम अखाड़े की महामण्डलेश्वर मां भारती, अन्तर्राष्ट्रीय संत मनसुख जी महाराज, इंदौर से राघवेंद्र दास जी महाराज सहित सैकड़ों संत पधारे थे।
कथा के आयोजक ने बताया कि कथा के प्रथम दिन शुकदेव महाराज की जन्मकथा तथा शुकदेव जी का राजा परीक्षित की सभा में आगमन का वर्णन किया। कथा के दूसरे दिन कर्दम ऋषि की पत्नी व कपिल मुनि की माता देहुति व कपिल मुनि के संवाद का सुन्दर वर्णन किया। कथा के तीसरे दिन श्रीकृष्ण जन्म, चौथे दिन गोवर्धन पूजा, पांचवे दिन रूकमणि विवाह, छठवे दिन सुदाम चरित्र और मुनि व्यास की विदाई के बाद सातवें दिन हवन, पूर्णाहुति व भण्डारे के साथ कथा का समापन किया गया। इस अवसर पर देवराज पंवार, ब्रह्मप्रकाश शर्मा, राजेन्द्र धनगर, भीम सैन कंसल, सुनील सैनी, श्रीदेव सैनी आदि ने यजमान की भूमिका निभाई। कथा के मुख्य सूत्रधार राजेन्द्र धनगर ने बताया कि कथा श्रवण के पधारे लगभग चालीस से अधिक महात्माओं के रहने व खाने का इंतजाम वरिष्ठ समाजसेवी देशराज पंवार ने अपने आवास पर किया।
बता दें कि निकटवर्ती गांव बडसू स्थित श्री परमार्थ आश्रम पर आयोजित कथा का शुभारम्भ 25 अगस्त को क्षेत्रीय विधायक विक्रम सैनी व भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष भाजपा पिछड़ा मोर्चा के क्षेत्रीय मंत्री रूपेन्द्र ने संयुक्त रूप से किया था। इससे पूर्व सैकड़ों महिलाओं द्वारा कलश यात्रा का आयोजन किया गया था। कार्यक्रम में बडसू के पूर्व प्रधान सुभाष चन्द सैनी, सतपाल, दीपा त्यागी, लता, अरूण सैनी, रजत, घनश्याम सैनी, जोगेन्द्र सैनी व सचिन सैनी सहित अनेक स्थानीय लोगों का सराहनीय योगदान रहा।
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