ग्राम प्रधानों के सहयोग से गांवों में टीकाकरण के प्रति बढ़ाई जा रही जागरूकता
शामली। कोरोना की तीसरी लहर में बच्चों के प्रभावित होने की संभावना जताई जा रही है। इसी को ध्यान में रखते हुए प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विभिन्न आयु वर्ग के बच्चों को निगरानी समितियों के माध्यम से मेडिकल किट वितरित करने का निर्णय लिया है। इसी क्रम में जनपद में जनप्रतिनिधियों से लेकर ग्राम प्रधान व निगरानी निगरानी समितियों को जिम्मेदारी सौंपी गई है कि वह कोरोना की तीसरी लहर के मद्देनजर गांवों में लोगों को जागरूक करें तथा साफ-सफाई का ध्यान रखने अपील करें।मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. संजय अग्रवाल ने बताया जनपद में कोरोना की तीसरी लहर की संभावना के चलते विभाग द्वारा जनप्रतिनिधियों, ग्राम प्रधानों का सहयोग लेकर लोगों को कोरोना टीकाकरण के प्रति जागरूक किया जा रहा है तथा निगरानी समिति व ग्राम प्रधानों को जिम्मेदारी सौंपी गई है कि वह शून्य से एक वर्ष, एक से पांच वर्ष, पांच से 12 वर्ष, और 12 से 18 वर्ष तक के लक्षण युक्त बच्चों को समितियों के माध्यम से दवा किट उपलब्ध कराएं, ताकि कोई भी लक्षण दिखने पर तुरंत उपचार किया जा सके।
उन्होंने बताया प्रत्येक गांव में कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए निगरानी समितियों की बैठक आयोजित की जा रही हैं ताकि ग्रामीणों को ज्यादा से ज्यादा कोविड गाइड लाइन तथा टीकाकरण के प्रति जागरूक किया जा सके। निगरानी समिति की महिलाओं को मास्क तथा सेनिटाइजर भी उपलब्ध कराए गए हैं जो जरूरतमंदों में वितरित किए जा रहे हैं।
जिलाधिकारी जसजीत कौर का कहना है कि कोरोना संक्रमण में निगरानी समितियों ने काम किया, जिसका परिणाम रहा कि दूसरी लहर में भी सक्रिय मामलों को काबू कर लिया गया। उन्होंने कहा कि कोरोना की तीसरी लहर की आशंका जताई जा रही है जो बच्चों पर ज्यादा प्रभाव डालेगी, जिसके लिए प्रदेश सरकार ने शून्य से एक वर्ष के बच्चों, एक से पांच वर्ष तक के बच्चों तथा पांच से 12 वर्ष तक के बच्चों के लिए अलग-अलग दवा किट बनाई गई है। निगरानी समितियों द्वारा इन्हें वितरित किया जाना है। उन्होंने बताया कि यह किट उन बच्चों को ही दी जायेगी, जिसमें कोरोना के लक्षण पाये जायेंगे। सभी किट में सामान्यत: पूर्ण जानकारी भी उपलब्ध रहेगी जिससे दवा देने में आसानी रहे।
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