शि.वा.ब्यूरो, शामली। बीएसएफ जवान की मौत के मामले में पंचायत चल रही है। पंचायत में एलान किया गया है कि अगर दोपहर दो बजे तक मांग पूरी नहीं हुई तो कलेक्ट्रेट में जवान का शव लेकर पहुंचेंगे। आसपास के गांवों से भी लोगों को बुलाया जा रहा है। इस दौरान पंचायत में गठवाला खाप के बाबा राजेन्द्र चौधरी ने भी जवान को शहीद का दर्जा दिलाने की मांग की है। भाकियू प्रवक्ता राकेश टिकैत भी मौके पर पहुंच गए हैं। फिलहाल डीएम और एसपी जवान के पिता, चाचा और पत्नी से कमरे में बात रहे हैं।
बता दें कि विकास कुमार पुत्र भंवर सिंह कश्यप बीएसएफ में कांस्टेबल के पद पर पश्चिम बंगाल में नदिया जिले के सीमानगर में तैनात थे। रविवार की रात परिजनों को बीएसएफ अधिकारियों ने फोन कर गोली लगने से विकास की मौत होने की सूचना दी थी। जवान की पत्नी पम्पा मेहता ने आरोप लगाया है कि उनके पति की हत्या की गई है। उनका कहना है कि उन्हें वहां पर शव नहीं दिखाया गया। गांव में आने के बाद ही शव को दिखाया गया। पम्मा भी बीएसएफ में ही तैनात हैं। जवान के पार्थिव शरीर के गांव में पहुंचने की सूचना पर एडीएम अरविंद कुमार सिंह, एएसपी राजेश श्रीवास्तव भी गांव में पहुंच गए हैं। फिलहाल गांव में पंचायत चल रही है। अधिकारियों ने परिजनों व ग्रामीणों को आश्वासन दिया है।
परिजनों की मांग
परिजनों की मांग है कि शव का दोबारा से पोस्टमार्टम होना चाहिए। परिजनों ने यह भी कहा कि जवान को शहीद का दर्जा, परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी और मामले की उच्चस्तरीय जांच होनी चाहिए।
घर पहुंचा जवान का पार्थिव शरीर
जनपद के गांव लांक निवासी बीएसएफ जवान विकास कुमार (25 वर्ष) का पार्थिव शरीर बुधवार सुबह घर पहुंचा तो परिवार में कोहराम मच गया। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। सांत्वना देने वालों का भी तांता लगा है।
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