पूनम चतुर्वेदी शुक्ला, शिक्षा वाहिनी समाचार पत्र।
सुप्रसिद्ध कवि, वरिष्ठ पत्रकार, अनुवादक, हिन्दी सेवी, भारत सरकार के एक उपक्रम में राजभाषा अधिकारी एवं सृजन ऑस्ट्रेलिया अंतरराष्ट्रीय ई-पत्रिका के प्रधान संपादक डॉ शैलेश शुक्ला को भारत के राष्ट्रपति द्वारा पुरस्कृत किया जाएगा। वर्ष 2019-20 हेतु गृह मंत्रालय राजभाषा विभाग भारत सरकार की पत्रिका - राजभाषा भारती (अंक 157) में प्रकाशित लेख “न्यू मीडिया में हिन्दी की वर्तमान स्थिति”पर डॉ. शुक्ला को राजभाषा गौरव पुरस्कार घोषित किया गया है । डॉ शैलेश शुक्ला को हिन्दी भाषी क्षेत्र के लेखकों की श्रेणी में तृतीय पुरस्कार की घोषणा की गई है । यह पुरस्कार प्रतिवर्ष हिन्दी दिवस के अवसर पर दिल्ली में राजभाषा विभाग, गृह मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा आयोजित कार्यक्रम में महामहिम राष्ट्रपति द्वारा प्रदान किया जाता है।
बता दें कि डॉ. शैलेश शुक्ला “न्यू मीडिया में हिन्दी साहित्य” पर पीएचडी करने वाले विश्व के पहले विद्वान हैं। डॉ शैलेश शुक्ला पिछले दो दशकों से अधिक समय से हिन्दी सेवा में संलग्न हैं। बहुआयामी प्रतिभा के धनी डॉ शैलेश शुक्ला ने एक दशक से अधिक अवधि तक दिल्ली में साहित्य-सृजन, पत्रकारिता और दिल्ली विश्वविद्यालय साहित अन्य शैक्षणिक संस्थाओं में पत्रकारिता एवं जनसंचार, व्यावसायिक संचार, अंग्रेजी एवं अर्थशास्त्र विषयों का शिक्षण, लगभग छ: वर्ष तक सिक्किम केन्द्रीय विश्वविद्यालय के पहले राजभाषा अधिकारी के रूप में कार्य किया है। सिक्किम विश्वविद्यालय में उन्होंने हिन्दी विभाग प्रारंभ करने, एम ए (हिन्दी) का रोजगारोन्मुख पाठ्यक्रम तैयार करने में महतपूर्ण भूमिका निभाई और नव गठित हिन्दी विभाग में एम ए (हिन्दी) की कक्षाओं में अध्यापक कार्य भी किया।
सिक्किम विश्वविद्यालय के पहले राजभाषा अधिकारी के रूप में कार्य करने के दौरान डॉ शैलेश शुक्ला सिक्किम में राजभाषा हिन्दी के प्रचार-प्रसार हेतु विभिन्न गतिविधियों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते रहे। वे सिक्किम में राजभाषा विभाग, गृह मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा चलाई जाने वाली हिन्दी शिक्षण योजना के सर्वकार्यभार अधिकारी (Officer in Over-All Charge) रहे और सिक्किम स्थित विभिन्न केन्द्रीय कार्यालयों के सैकड़ों अधिकारियों एवं कर्मचारियों को हिन्दी प्रशिक्षण प्रदान करवाया। डॉ शैलेश शुक्ला ने राजभाषा विभाग, गृह मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा चलाई जाने वाली हिन्दी शिक्षण योजना के परीक्षा अधीक्षक के रूप में विभिन्न केन्द्रीय कार्यालयों के सैकड़ों अधिकारियों एवं कर्मचारियों की विभिन्न स्तर की परीक्षाओं – प्रबोध, प्रवीण, प्राज्ञ और पारंगत आदि का सफलता पूर्वक आयोजन करवाया।
डॉ शुक्ला ने गंगटोक, सिक्किम की नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति – नराकास की गतिविधियों का संयोजन किया और साथ ही नराकास, गंगटोक के बहुत से सदस्य कार्यालयों (जिनमें से प्रमुख हैं ‘दूरदर्शन केंद्र – गंगटोक’, ‘आकाशवाणी केंद्र-गंगटोक’, ‘क्षेत्रीय आयुर्वेदिक अनुसंधान संस्थान, आयुष मंत्रालय’, ‘राष्ट्रीय कृषि अनुसंधान परिषद’, ‘राष्ट्रीय अनुसंधान केंद्र -ऑर्किड’, ‘भारतीय वनस्पति सर्वेक्षण’, ‘केन्द्रीय लोक निर्माण विभाग’, ‘प्रधान महालेखाकार कार्यालय’, ‘भारत-तिब्बत सीमा पुलिस’, ‘पावर ग्रिड’ आदि) में राजभाषा कार्यान्वयन को गति देने में उन्होंने बहुमूल्य एवं प्रशंसनीय योगदान दिया।
वर्तमान में डॉ शैलेश शुक्ला ‘सृजन ऑस्ट्रेलिया अंतरराष्ट्रीय ई-पत्रिका’ के प्रधान संपादक एवं वैश्विक संयोजक का कार्यभार देखने के साथ-साथ भारत सरकार के एक उपक्रम में राजभाषा अधिकारी के पद पर कार्यरत हैँ।
हिन्दी सेवा में उनके उल्लेखनीय कार्य
· 1996 से साहित्य सृजन एवं लेखन में सक्रिय, देश विदेश के विभिन्न प्रतिष्ठित प्रकाशनों - राजभाषा भारती, खनिज भारती, शिक्षायण, नाट्य-मंजूषा, साक्षी भारत, दिल्ली न्यूज ट्रैक, दैनिक जागरण, दक्षिण भारत राष्ट्रमत, अमर उजाला, पुरवाई, विश्वा, तीस्ता-हिमालय, भारतवाणी, सामाज्ञा, अनुगामिनी, सलाम दुनिया, साक्षरता संवाद, कर्माबक्श, गर्दभराग, आवाम केसरी, अस्मिता, समाज-धर्म, पूर्वोत्तर भारती दर्पण, जनकृति, विश्वहिन्दीजन, IJHER, AMIERJ, आदि पत्र-पत्रिकाओं एवं विभिन्न पुस्तकों में कविताओं, कहानियों, व्यंग्यों, लेखों और शोधपत्रों सहित शताधिक प्रकाशन।
· दिल्ली विश्वविद्यालय में स्नातक अध्ययन के समय से ही अंतर-महाविद्यालय स्तर के कई पुरस्कारों सहित, ‘गांधी भवन’ दिल्ली विश्वविद्यालय द्वारा “मेरे लिए गांधी के अर्थ (What Gandhi Mean’s To Me” विषय पर आयोजित ‘राष्ट्रीय निबंध प्रतियोगिता’ में ‘द्वितीय’ पुरस्कार एवं उनकी सुप्रसिद्ध हिन्दी कविता “हाँ, मैं एक वेश्या हूँ” पर हिंदी अकादमी, दिल्ली का ‘नवोदित लेखक पुरस्कार’ - प्रथम (2004) आदि प्रमुख हैं।
· डॉ शुक्ला का दिल्ली विश्वविद्यालय के सामुदायिक रेडियो पर लाइव साक्षात्कार प्रसारित किया गया। आकाशवाणी, टीवी चैनलों, कवि सम्मेलनों और काव्य गोष्ठियों में काव्य पाठ राष्ट्रीय एवं अंतराष्ट्रीय संगोष्ठियों, सम्मेलनों में शोध आलेख प्रस्तुत।
· 30 अगस्त को अमर उजाला, साहित्यम और प्रगतिशील द्वारा “हिन्दी : अवसर और चुनौतियाँ” विषय पर आयोजित परिचर्चा की अध्यक्षता, 25 अगस्त 2020 कला, विज्ञान एवं वाणिज्य महाविद्यालय, कोल्हार, महाराष्ट्र द्वारा आयोजित अंतरराष्ट्रीय वेब-संगोष्ठी की अध्यक्षता, 31 जलाई 2020 को प्रेमचंद जयंती पर निर्मला कॉलेज, राँची द्वारा आयोजित एक अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी के उद्घाटन सत्र में में डॉ. मृदुला सिन्हा, पूर्व राज्यपाल, गोवा एवं विश्व के अनेक प्रख्यात अंतरराष्ट्रीय विद्वानों के बीच विशिष्ट वक्ता के रूप में व्याख्यान सहित विभिन्न महाविद्यालयों, विश्वविद्यालयों, आईटीबीपी, दूरदर्शन, आकाशवाणी, आईसीएआर, केलोनिवि, पावर ग्रिड, आयुष, ईपीएफओ आदि कार्यालयों में मुख्य अतिथि, विशिष्ट अतिथि और स्रोत वक्ता के रूप में वक्तव्य, राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय स्तर के कई भाषिक, साहित्यिक एवं अकादमिक आयोजन आदि।
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