सुधांशु कुमार, शिक्षा वाहिनी समाचार पत्र।
दलित पिछड़ों के आरक्षण पर चौतरफा हमला जारी है। ओबीसी क्रिमीलेयर में बदलाव से लेकर एससी, एसटी के प्रमोशन में मिलने वाले आरक्षण को डायल्यूट किया जा रहा है। सरकारें निरंतर इस कोशिश में लगी हैं कि कैसे आरक्षण समाप्त कर दिया जाये। बेतहाशा हो रहा निजीकरण आरक्षण पर अभी तक का सबसे बड़ा हमला है। BSNL, एयर इंडिया, रेलवे सबको बेचने की तैयारी है। सूचना तो ये भी आ रही है कि सरकार एक साथ देश की 348 PSU को बेचने की तैयारी कर रही है। इस बाबत मंत्रायलयों के अंदर काम चल रहा है। ऐसी सूचना भी है कि केवल क्लास वन की नौकरियां ही बच जाएगी, जिसमें भी लेटरल एन्ट्री के माध्यम से आरक्षण खत्म किया जा रहा है। द्वितीय और तृतीय श्रेणी में भी काम को प्रोजेक्ट रूप में कन्वर्ट कर तीन साल या पांच साल के लिये यंग प्रोफेसनल को रखा जा रहा है। अर्थात यहाँ भी आरक्षण खत्म।
निजीकरण और आरक्षण की इस खुली लूट के ख़िलाफ बड़े आंदोलन की जरूरत को देखते हुए निम्नलिखित एक्शन प्रोग्राम-
1. 17/09/2020 को सुबह 09 बजे से शाम 05 बजे तक उपवास किया जाएगा। उपवास की तस्वीरें तथा अपने मुद्दे बोर्ड या A4 साइज के पेपर पर लिखकर फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर शेयर करें।
2. देश के सभी बहुजन एक्टिविस्टों से निवेदन है कि वो 07से 10/09/2020 तक उपरोक्त मुद्दे 2 से 5 मिनट का वीडियो बनाकर अपने लोगों के बीच शेयर करें और उन्हें जागरूक करें।
3. 10/09/2020 को ट्विटर स्टॉर्म चलाया जाएगा। हैशटैग और अन्य डिटेल 09/09 को शेयर किया जाएगा।
4.10/09/2020 से16/09/2020 तक स्टेशन मास्टर के माध्यम से प्रधानमंत्री और रेलमंत्री के नाम ज्ञापन देने का आंदोलन होगा।ज्ञापन का प्रारूप हिंदी और और अंग्रेजी में जारी किया जाएगा।
साथियों से निवेदन है कि वो ज्ञापन देने की तसवीरें सोशल मीडिया पर शेयर करें।
ज्ञापन कोई भी संगठन या व्यक्ति अपने नाम से दे सकता है। PSU और रेलवे कर्मी अपने उपक्रम निदेशकों के माध्यम से भी ज्ञापन दें सकते हैं।
5.16/09/202 को पुनः ट्विटर स्टॉर्म किया जाय। हैशटैग आदि डिटेल 15 /09 को बताया जाएगा।
6. राष्ट्रपति/प्रधानमंत्री के नाम ऑनलाइन पिटीशन करवाया जाएगा। पिटीशन कल यानी 07/09/2020 को जारी किया जाएगा।
दिल्ली विश्विद्यालय, दिल्ली