शि.वा.ब्यूरो, रावतभाटा (राजस्थान)। डॉक्टर मिली भाटिया आर्टिस्ट बताती हैं कि नारी अंतर्मन की 7 पेंटिंग में से मेरी मेरी सातवीं पेंटिंग में प्रदर्शित वो आँख जो मैंने किसी भी पेंटिंग में नहीं दिखाई है, वो यह रही कि यह घर की दहलीज है, जिसमें भारतीय नारी को घूँघट में रखा जाता है। पेंटिंग के माध्यम से यह दर्शाने का प्रयास किया गया है कि उसको लग रहा है कि ये अपने आपको उस रूप में पाना चाहती है। थोड़ा सा फ्री किये जाने की जरूरत है। पेंटिंग की बैकग्राउंड में मैंने उगता हुआ सूरज दिखाया है, उड़ती हुई चिड़िया प्रदर्शित की हैं, जो नारी की इस मनोदशा को प्रदर्शित कर रही हैं कि नारी बेकार के इन बंधनो से थोड़ा फ्री होना चाहती है। यह पेंटिंग सीरीज मैंने वर्ष 2008 में एमए की शिक्षा प्राप्त करने के दौरान बनायी थी। इसे प्रदर्शनी में स्थान मिला था और इस पेंटिंग को काफी सराहा भी गया था।
डा.मिली भाटिया आर्टिस्ट की नारी अंतर्मन पर सातवीं पेंटिंग में नारी की थोड़ा फ्री होने की मनोदशा प्रदर्शित करने की कोशिश