शि.वा.ब्यूरो, लखनऊ। परिवर्तनों की बयार में अब सरकार ने बेसिक शिक्षा विभाग के शिक्षकों की बॉयोमेट्रिक हाजरी लगवाने का मन बनाया है। ये फरमान लागू होने के बाद अब शिक्षक कोई बहाना नही बना पाएंगे।
विभागीय दावों पर गौर करें तो उत्तर प्रदेश सरकार ने बॉयोमेट्रिक हजारी लगाने का रोड मैप तैयार कर लिया है और बेसिक शिक्षा विभाग ने भी टॉरगेट तय कर लिया है। साल के अंत तक प्रदेश के 1.59 लाख स्कूलों में सभी शिक्षकों की हाजिरी बायोमेट्रिक तरीके से लगाने के लिए शासन ने सभी प्रधानाध्यापकों को 1-1 टैबलेट उपलब्ध कराने की योजना बनाई है। इसके लिए प्रक्रिया शुरू भी की जा चुकी है, जिसके तहत बेसिक शिक्षा विभाग को 1,64,323 टैबलेट खरीदने हैं. इस पर 150 करोड़ रूपए का खर्च आएगा।
विभागीय अफसरों की मानें तो योजना के तहत बांटे जाने वाले टैबलेट को लेकर राज्य सरकार कंपनियों से आवेदन मांगे की तैयारी पूरी कर ली है, जिसकी शुरूआत 29 सितम्बर से होगी। चयनित कंपनी को ब्लॉक स्तर पर टैबलेट की सप्लाई देनी होगी। इसके अलावा 4400 अकादमिक रिसोर्स पर्सन और 880 ब्लॉक रिसोर्स सेण्टर को भी टैबलेट दिए जाएंगे। टैबलेट बांटे जाने का उद्देश्य प्रधानाचार्यों व शिक्षकों की जवाबदेही तय करने के साथ-साथ सिस्टम में पारदर्शिता लाना है। इस सिस्टम की निगरानी के लिए भी योजना बनायी जा रही है।
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