कशिश कौंडल, शिक्षा वाहिनी समाचार पत्र।
मेरा प्यारा हिमाचल
फूलों से भरा है मेरा प्यारा हिमाचल
इसमें बहती है नदियां कल कल
हिमाचल है मेरा प्यारा
लगता है सब को निहारा
हिमाचल है मेरी जान
करो इसे परेशान
मेरा हिमाचल की शान निराली
इसकी हरी-भरी है डाली डाली
पक्षियों का यहां चहचहाना
इसकी सुंदरता को चार चांद लगाना
फूल-फूल पत्ता पत्ता डाली डाली
मेरे हिमाचल की शान निराली
चांद तारों का यही है कहना
मेरी हिमाचल में आते रहना
कक्षा- 8, राजकीय उच्च विद्यालय ठाकुरद्वारा