पत्थर है बहुत कामिल


डॉ. अवधेश कुमार "अवध", शिक्षा वाहिनी समाचार पत्र।

 

कभी इस हाथ में पत्थर, कभी उस हाथ में पत्थर।

नहीं इस हाथ में कमतर, नहीं उस हाथ में कमतर।

मगर  ठहरो  ज़रा  सोचो कि पत्थर है बहुत कामिल-

कहीं  बनता  इसी  से घर, कहीं ढहता इसी से घर।।

 




इंजीनियर प्लांट, मैक्स सीमेंट

चौथी मंजिल, एल बी प्लाजा,

जीएस रोड, भंगागढ़, गुवाहाटी

आसाम - 781005




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