मदन सुमित्रा सिंघल, शिलचर। आज बालार्क प्रकाशन द्वारा प्रकाशित अशोक वर्मा की हिंदी में अनुदित बराक घाटी की बांग्ला कविताएँ तथा अपरेश भौमिक की हिंदी अनुवादित पुस्तकें बिपन्न समय और कुछ अन्य कहानियाँ तथा बेला शेषेर रेखाचित्र का 'विमोचन समारोह' बराक चाय श्रमिक यूनियन कार्यालय में आयोजित किया गया।प्रख्यात शिक्षाविद् डॉ. संतोष रंजन चक्रवर्ती की अध्यक्षता में आयोजित इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि असम हिंदी साहित्य समिति, शिलचर के अध्यक्ष, क्षेत्र के प्रसिद्ध समाजसेवी उदय शंकर गोस्वामी, विशिष्ट अतिथि साहित्य मित्र संघ के अध्यक्ष एवं वरिष्ठ पत्रकार एवं साहित्यकार मदन सिंघल, प्रकाशक एवं लेखिका मीता दास पुरकायस्थ, कवि एवं लेखिका आदिमा मजूमदार तथा संयुक्त महासचिव रवि नूनिया उपस्थित थे। अतिथियों द्वारा दीप प्रज्ज्वलन के पश्चात कवियित्री कमला सोनार ने सरस्वती वंदना प्रस्तुत की। अपने स्वागत भाषण में संतोष रंजन चक्रवर्ती ने कवि एवं लेखक अशोक वर्मा के साहित्य में योगदान के बारे में विस्तार से बताया। फिर उपरोक्त पुस्तकों का विधिवत अनावरण किया गया। इसमें वर्मा परिवार के राजू वर्मा, निमाई स्वर्णकार, सीमा स्वर्णकार, टीना बर्मा, ज्योतिष स्वर्णकार ने सहयोग किया।
उपरोक्त सभी बातों के साथ-साथ प्रेरणा भारती हिंदी पत्रिका के कर्णधार दिलीप कुमार ने अपने भाषण में वर्मा की साहित्यिक गतिविधियों के बारे में विस्तृत जानकारी प्रस्तुत की। सभी ने उनके अथक प्रयास की सराहना की।
कार्यक्रम का संचालन बाबुल नारायण कानू ने किया। कार्यक्रम में कवि सर्वेश स्वर्णकार, पीयूष कांतिनाथ, गिरिजा मोहन ग्वाला, सुरेश बडाइक, दुर्गेश कुर्मी, बासंती चक्रवर्ती, उषा सिंह, मधुमिता पाटोआ, नंदकिशोर तिवारी, सुबाष बागदी, विशुद्धानंद महतो, जिशु देव, शिवचरण रविदास, रूपा सिंह व अन्य उपस्थित थे। बंगलोर से साहित्यकार अशोक वर्मा ने सभी महानुभावों एवं साहित्यकारों का आभार व्यक्त किया, जिन्होंने उनके निवेदन पर उनकी अनुपस्थिति मे पुस्तकों का विमोचन किया तथा मुझे स्नेह एवं दीर्घायु होने का आशीर्वाद प्रदान किया।