मदन सुमित्रा सिंघल, शिलचर। नशा मुक्त समाज को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए, कछार जिला प्रशासन ने जिला आयुक्त श्री मृदुल यादव आईएएस के मार्गदर्शन में गुरुवार को सोनाई रोड स्थित एकीकृत पुनर्वास केंद्र (आईआरसीए) में नशा मुक्त भारत अभियान (एनएमबीए) के तहत नशीली दवाओं के दुरुपयोग और अवैध तस्करी के खिलाफ अंतर्राष्ट्रीय दिवस मनाया। इस कार्यक्रम में 65 व्यक्तियों की सक्रिय भागीदारी देखी गई, जिसका उद्देश्य नशे की लत से जूझ रहे लोगों में जागरूकता बढ़ाना और उनमें आशा जगाना था।
इस अवसर पर सहायक आयुक्त सह जिला समाज कल्याण अधिकारी भी उपस्थित थीं। अंजलि कुमारी, एसीएस, पुलिस विभाग के अधिकारी, जिला समाज कल्याण कार्यालय के समर्पित कर्मचारी, तथा आर्ट ऑफ लिविंग फाउंडेशन के अतिथि सूत्रधार, श्री निलेन्दु देब और श्रीमती रेशमी पुरकायस्थ। उनकी सामूहिक उपस्थिति ने जिले में मादक द्रव्यों के सेवन के खतरे से निपटने के लिए एक साझा प्रतिबद्धता को रेखांकित किया। वक्ताओं ने नशीली दवाओं की लत और अवैध तस्करी से उत्पन्न चुनौतियों के लिए समुदाय द्वारा संचालित समाधानों की तत्काल आवश्यकता पर ध्यान केंद्रित किया।
कार्यक्रम में आर्ट ऑफ लिविंग के प्रशिक्षकों के नेतृत्व में गहन प्रेरक सत्र आयोजित किए गए, जिन्होंने तनाव मुक्त जीवन और आंतरिक लचीलेपन के महत्व पर जोर दिया। आत्म-प्रेरणा पर उनकी आकर्षक बातचीत कैदियों को उद्देश्य को फिर से खोजने और नशा मुक्त जीवन अपनाने में मदद करने के लिए तैयार की गई थी। इंटरैक्टिव खेलों की एक श्रृंखला ने न केवल मनोरंजन किया बल्कि प्रतिभागियों के लिए एक जीवंत और आशावादी वातावरण बनाते हुए चिकित्सीय उपकरण के रूप में भी काम किया। पुनर्वास केंद्र के कैदियों ने इस पहल के लिए हार्दिक आभार व्यक्त किया, उन्होंने कहा कि दिन के कार्यक्रम ने उनकी आत्माओं को फिर से जीवंत कर दिया और दिशा की एक नई भावना पैदा की। उन्होंने इस तरह की गतिविधियों को नियमित रूप से आयोजित करने की तीव्र इच्छा व्यक्त की, दीर्घकालिक सुधार का समर्थन करने में उनकी शक्तिशाली भूमिका को मान्यता दी।