शि.वा.ब्यूरो, इंदौर। हिंदी साहित्य के वैश्विक विस्तार के लिए एक महत्वपूर्ण आयोजन 4 मई को आयोजित होने जा रहा है। त्रिपुरा विश्वविद्यालय, त्रिपुरा के साहित्य संकाय द्वारा न्यू मीडिया सृजन संसार ग्लोबल फाउंडेशन, अदम्य ग्लोबल फाउंडेशन, आशा पारस फॉर पीस एंड हार्मनी फाउंडेशन, सृजन ऑस्ट्रेलिया, सृजन मॉरीशस, सृजन मलेशिया तथा मधुराक्षर जैसी प्रतिष्ठित पत्रिकाओं एवं संस्थाओं के सहयोग से एक अंतरराष्ट्रीय कवि सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है। यह सम्मेलन हाइब्रिड मोड में आयोजित किया जाएगा, जिसमें प्रतिभागी न केवल भौतिक रूप से बल्कि डिजिटल माध्यम से भी जुड़ सकेंगे।
कार्यक्रम का स्थल मध्य प्रदेश के पन्ना जिले में स्थित मध्य प्रदेश जल निगम कार्यालय निर्धारित किया गया है। वहीं, देश-विदेश के प्रतिभागी साहित्यकारों एवं दर्शकों के लिए गूगल मीट लिंक https://meet.google.com/jqo-xfzv-wqc उपलब्ध कराया गया है। कार्यक्रम की शुरुआत भारतीय समयानुसार दोपहर 12:00 बजे होगी। इस आयोजन में हिंदी साहित्य के समर्पित साधकों की सहभागिता रहेगी, जो वैश्विक हिंदी साहित्यिक समुदाय के लिए एक प्रेरणास्पद क्षण होगा।कार्यक्रम में विभिन्न प्रतिष्ठित अतिथि अपनी गरिमामयी उपस्थिति से आयोजन को विशेष बनाएंगे। सम्मेलन की अध्यक्षता प्रो. आशा शुक्ला करेंगी, जो ब्रॉउस, इंदौर, मध्य प्रदेश की पूर्व कुलपति रही हैं। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि होंगे प्रो. विनोद कुमार मिश्र, जो त्रिपुरा केंद्रीय विश्वविद्यालय के साहित्य संकाय के अधिष्ठाता हैं। इसके अतिरिक्त विशिष्ट अतिथि के रूप में देश के दो वरिष्ठ साहित्यकार, प्रो. सदानंद काशीनाथ भोसले (सवित्रीबाई फुले पुणे विश्वविद्यालय, पुणे) तथा प्रो. हरीश अरोड़ा (पीजीडीएवी महाविद्यालय, दिल्ली विश्वविद्यालय) भी उपस्थित रहेंगे। इन विद्वानों की उपस्थिति से कार्यक्रम को बौद्धिक गरिमा प्राप्त होगी।
इस अंतरराष्ट्रीय कवि सम्मेलन में विश्व के विभिन्न देशों से सुप्रसिद्ध रचनाकार काव्य पाठ करेंगे। इनमें प्रमुख रूप से श्री संजय अग्निहोत्री (सिडनी, ऑस्ट्रेलिया), डॉ. वजिरा गुणसेन (श्रीलंका), डॉ. रश्मि चौबे (मलेशिया), डॉ. प्रेमलता 'नीलम' (दमोह, भारत), श्री अरुण नामदेव (अमेरिका), श्रीमती शिखा रस्तोगी (थाईलैंड), श्रीमती कल्पना लालजी (मॉरीशस) और श्रीमती शालिनी गर्ग (कतर) शामिल हैं। इन वैश्विक कवियों के साथ भारत के भी कई प्रतिभाशाली रचनाकार अपनी साहित्यिक प्रस्तुति देंगे, जिनमें लक्ष्मीनारायण चिरोलया 'चिंतक’ (पन्ना), राजीव खरे (रैपुरा), रघुवीर तिवारी (पवई) और पीयूष मिश्रा (पन्ना) विशेष उल्लेखनीय हैं।
कार्यक्रम का संयोजन अत्यंत व्यवस्थित ढंग से किया गया है। इस आयोजन के सह-संयोजक जयदीप सिंह सरस ‘गोंडवी’ (गोण्डा) होंगे। कार्यक्रम के संचालन की जिम्मेदारी अनुभवी साहित्यकार डॉ. सुरेश श्रीवास्तव ‘सौरभ’ (पन्ना) के हाथों में होगी, जो अपने प्रभावशाली मंच संचालन के लिए प्रसिद्ध हैं। कार्यक्रम के संयोजक एवं निवेदक के रूप में पूनम चतुर्वेदी शुक्ला, संस्थापक-निदेशक, न्यू मीडिया सृजन संसार ग्लोबल फाउंडेशन एवं अदम्य ग्लोबल फाउंडेशन, अपनी भूमिका निभाएँगी। उनके कुशल नेतृत्व में यह आयोजन सफलता की ऊंचाइयों को छूने की उम्मीद कर रहा है।
इस अंतरराष्ट्रीय कवि सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य हिंदी कविता को वैश्विक मंच प्रदान करना है, ताकि हिंदी भाषी साहित्यकारों की आवाज़ विश्व भर में गूँजे और वैश्विक स्तर पर हिंदी भाषा की सृजनात्मकता एवं प्रभाव को नई ऊँचाइयाँ मिलें। सम्मेलन न केवल साहित्यिक संवाद को प्रोत्साहित करेगा, बल्कि अलग-अलग देशों के साहित्यिक संस्कारों और दृष्टिकोणों को भी एक मंच पर लाकर समृद्ध करेगा।
आयोजन समिति ने सभी हिंदी प्रेमियों, साहित्य साधकों और संस्कृति प्रेमियों से आग्रह किया है कि वे इस सम्मेलन से ऑनलाइन माध्यम से जुड़ें और हिंदी कविता के इस वैश्विक उत्सव का हिस्सा बनें। आयोजन की अनूठी विशेषता यह है कि इसमें विविध भाषाई, सांस्कृतिक और भौगोलिक पृष्ठभूमि से आए कवियों की रचनाएँ एक साथ गूंजेंगी, जो वैश्विक हिंदी साहित्य के भविष्य को और अधिक उज्ज्वल बनाने का कार्य करेंगी।