देवबंद-रूडकी रेलमार्ग पर ट्रेनों का संचालन तीन माह में

गौरव सिंघल, सहारनपुर। दिल्ली से हरिद्वार की दूरी काफी कम हो जाएगी और समय भी कम लगेगा। देवबंद से रूडकी के लिए रेल लाइन का निर्माण कार्य अंतिम स्थिति में है। देवबंद से रूडकी के बीच  27.54  किलोमीटर  की रेल लाइन बिछाई जा रही है। 80 फीसद से ज्यादा पटरी बिछाने काम पूरा हो गया है।

बता दें कि अभी रूडकी जाने के लिए टपरी से होकर जाना पड़ता है। जिसकी दूरी 60 किलोमीटर है और यदि सहारनपुर से होकर जाया जाए तो यह दूरी 76 किलोमीटर है, लेकिन देवबंद-रूडकी ट्रेक शुरू हो जाने के बाद यही दूरी घटकर 28 किलोमीटर से भी कम रह जाएगी। यह रेल लाइन सहारनपुर से 14 गांवों से और हरिद्वार जिले के 11 गांवों से होकर गुजर रही है। देवबंद-रूडकी रेलमार्ग की घोषणा वर्ष 2006 में की गई थी और इस काम को 2021 तक पूरा हो जाना था लेकिन कई कारणों से इसमें विलंब हुआ और अब ज्यादा से ज्यादा तीन माह में यह नया रेलमार्ग शुरू हो जाएगा। नए रेलमार्ग के शुरू हो जाने से सहारनपुर-दिल्ली और सहारनपुर-हरिद्वार मार्ग पर ट्रेनों का दबाव भी कम हो जाएगा और उनकी गति भी बढ़ेगी। दिल्ली-मेरठ-सहारनपुर रेलमार्ग बहुत ही व्यस्त है। नए रेलमार्ग पर बिजली के खंभे लगाने का काम भी तेजी के साथ हो रहा है। इसे जल्द से पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।


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