शहीद मंगल पांडे राजकीय महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय में पुरातन छात्रा सम्मेलन आयोजित

शि.वा.ब्यूरो, मेरठ। शहीद मंगल पांडे राजकीय महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय में आज पुरातन छात्रा सम्मेलन आयोजित किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ प्राचार्य प्रो0 (डॉ0) अंजू सिंह ने मां शारदे के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित कर एवं माल्यार्पण कर किया। विशाखा और नीशू ने सरस्वती वंदना ’हे शारदे मां, हे शारदे मां, अज्ञानता से हमें तार दे मां’ प्रस्तुत की। याशिका, सलोनी और आरती ने पुरातन छात्राओं के स्वागत में बहुत ही मनमोहक नृत्य प्रस्तुत किया। पुरातन छात्राओं ने अपना संक्षिप्त परिचय देते हुए अपने विद्यार्थी जीवन के सुनहरे दिनों की मधुर स्मृतियों के साथ खट्टे-मीठे अनुभव सभी के साथ साझा करते हुए अपनी उपलब्धियों के बारे में भी बताया। 

महाविद्यालय परिसर भ्रमण के दौरान छात्राएं नवनिर्मित फाउंटेन और कैंटीन को देखकर बहुत खुश और रोमांचित हुईं। अध्ययनरत छात्राओं द्वारा पूर्व छात्राओं का तिलक लगाकर आत्मीय स्वागत व सम्मान किया गया, साथ ही छात्राओं द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए गए। कार्यक्रम की श्रृंखला में आरती, मानसी बंसल और सलोनी द्वारा मनोहारी नृत्य प्रस्तुत किया गया। पुरातन छात्राओं ने भी अपने महाविद्यालय में आकर खूब मस्ती की और सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किये। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रही प्राचार्य प्रो0 (डॉ0) अंजू सिंह ने पूर्व छात्राओं को अपनी शुभकामनाएं देते हुए नैक तथा महाविद्यालय की गतिविधियों में सतत सहयोग देने का आह्वान किया उन्होंने कहा कि जितनी खुशी महाविद्यालय आकर छात्राओं को होती है, उतनी ही खुशी छात्राओं को देखकर मुझे होती है। उन्होंने कहा कि पुरातन छात्राएं किसी भी महाविद्यालय का आधार स्तंभ होती हैं, इनका महाविद्यालय से जुड़ा होना गौरवान्वित करता है। 

पुरातन छात्रा सम्मेलन प्रभारी एवं कार्यक्रम की संयोज व संचालक प्रो० सुधारानी सिंह ने कहा कि महाविद्यालय से प्राप्त किए गए संस्कार छात्राओं के जीवन को आलोकित कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि पुरातन छात्राओं से वर्तमान छात्राएं बहुत कुछ सीखती हैं, उनसे प्रेरणा लेती हैं और उच्च पदों पर आसीन पुरातन छात्राओं का अनुसरण भी करती हैं। कार्यक्रम में छात्राओं ने अपने विचार साझा करने के साथ ही सकारात्मक सुझाव भी दिए तथा प्रगतिशील कार्यों, प्राध्यापकों के सहयोगात्मक व्यवहार और महाविद्यालय प्रशासन की प्रशंसा करते हुए अपने समय को याद किया। इस अवसर पर डॉ० मोनिका चौधरी का विशेष योगदान रहा।

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