धर्मान्तरण की बात निकली कोरी अफवाह

 

शि.वा.ब्यूरो, खतौली। नगर में एक चर्च में धर्मान्तरण की बात कोरी अफवाह बताते हुए एक भेंटवार्ता मेें चर्च के फादर निर्मल जैकब ने शिक्षा वाहिनी को बताया कि आज का दिन मसीह समाज के लिए एक पावन पर्व की तरह है। उन्होंने बताया कि 53 वर्ष पूर्व आज ही के दिन उत्तर भारत के कलेशियम का एकीकरण शुरू हुआ था। तभी से प्रत्येक वर्ष आज के दिन को एक पर्व के रूप में मनाया जाता है। उसी संदर्भ में मसीह समाज सहित अन्य विश्वास (समाज या धर्म) के लोग भी संगति में भाग लेने हेतु चर्च में एकत्रित हुए थे।

फादर निर्मल जैकब ने बताया कि संदिग्ध गतिविधियों में संलिप्त कुछ लोगों को कुछ समय पूर्व चर्च से निष्कासित कर दिया गया था, उन्हीं समाज विरोधी लोगों ने ईष्र्यावश आज आयोजित होने कार्यक्रम की आड़ में धर्मान्तरण की अफवाह फैलायी थी। उन्होंने अफवाह की बात को कोरी अफवाह बताते हुए कहा कि आज वास्तव में उत्तर भारत के कलेशियम का एकीकरण दिवस को सेलीब्रेट करने के लिए मसीह समाज सहित अन्य विश्वास (समाज या धर्म) के लोग भी संगति में भाग लेने हेतु चर्च में एकत्रित हुए थे, धर्मान्तरण जैसी कोई भी गतिविधि को अंजाम नहीं दिया गया है। 

चर्च के फादर ने बताया कि यहां की तरह ही कई स्थानों पर उत्तर भारत के कलेशियम का एकीकरण दिवस को सेलीब्रेट करने के लिए कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि इसी तरह के कार्यक्रम में भाग लेने हेतु वे मेरठ स्थित सेंट थाॅमस चर्च के लिए प्रस्थान कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि वहां भी इसी तरह से मसीह समाज सहित अन्य विश्वास (धर्म-समाज) के लोग भारी संख्या में एकत्रित होकर संगति में भाग लेंगे। उन्होंने बताया कि जिस तरह से प्रभु ईसा मसीह ने लोगों को जोड़ने का कार्य किया था, उसी तरह से लोगों को जोड़ना उनकी प्राथमिकता में शामिल है। उन्होंने बताया कि वे विगत 19 वर्षों से यहां चर्च में फादर का दायित्व निभा रहे हैं। इस अवसर पर मौके पर मौजूद धार्मिक गुरू व बिशप प्रेम प्रकाश हाबिल ने बताया कि वे आगरा से यहां उत्तर भारत के कलेशियम का एकीकरण दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में भाग लेने के लिए आये हैं। उन्होंने बताया कि इसी सन्दर्भ में अनेक स्थानों पर इसी तरह के कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे हैं, जहां उनके उपस्थित होने का कार्यक्रम निर्धारित है।

बता दें कि नगर के एक चर्च में धर्मान्तरण की बात सुनकर हिन्दू संगठनों के प्रतिनिधियों सहित पुलिस मौके पर पहुंची थी,  लेकिन वहां धर्मान्तरण की घटना नहीं पाये जाने पर उन्हें बेरंग लौटना पड़ा।

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