डाकघरों से महिला सम्मान बचत पत्र मिलना आरम्भ
शि.वा.ब्यूरो, वाराणसी। वित्त मंत्रालय द्वारा महिला सम्मान बचत पत्र के लिए राजपत्र अधिसूचना जारी करने के साथ ही इसे तत्काल प्रभाव से डाकघरों में उपलब्ध कराया गया है। इस योजना की घोषणा 2023-24 के बजट में केंद्रीय वित्त मंत्री द्वारा 'आजादी का अमृत महोत्सव' के उपलक्ष्य में की गई थी और यह लड़कियों सहित महिलाओं के वित्तीय समावेशन और सशक्तिकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। उक्त जानकारी पोस्टमास्टर जनरल कृष्ण कुमार यादव ने दी। 
पोस्टमास्टर जनरल ने बताया कि वाराणसी परिक्षेत्र के डाकघरों में तत्काल महिलाओं ने पहुँचकर जानकारी लेना शुरू किया और निवेश आरम्भ भी कर दिया। उन्होंने बताया कि पहले दिन ही वाराणसी के डाकघरों से 25 से ज्यादा 'महिला सम्मान बचत पत्र' जारी किये गए। उन्होंने बताया कि वाराणसी में पहली खाताधारक के रूप में जया शर्मा ने बीएचयू हॉस्पिटल डाकघर से 'महिला सम्मान बचत पत्र' प्राप्त किया।
पोस्टमास्टर जनरल ने बताया कि दो साल की अवधि की यह योजना लचीले निवेश और आंशिक निकासी के विकल्पों के साथ दो लाख रुपये की अधिकतम सीमा के साथ त्रैमासिक चक्रवृद्धि ब्याज 7.5 प्रतिशत का आकर्षक और निश्चित ब्याज प्रदान करती है। उन्होंने बताया कि यह योजना 31 मार्च, 2025 तक दो साल की अवधि के लिए वैध है, इसमें न्यूनतम रुपये 1,000/- व अधिकतम रुपये 2 लाख का निवेश किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि यह खाता एकल होगा तथा 3-3 माह के अंतराल पर कई खाते खोले जा सकते हैं, परन्तु सभी खातों में जमाराशि मिलाकर रुपये 2 लाख से अधिक नहीं होगी। उन्होंने बताया कि खाते में जमा रकम पर 7.5 % की दर से चक्रवृद्धि ब्याज देय है जो प्रत्येक तिमाही पर खाते में जमा कर दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि खाताधारक 1 वर्ष के पश्चात जमा राशि का अधिकतम 40% तक भुगतान प्राप्त कर सकती हैं तथा 6 माह बाद आवश्यकता होने पर समय से पूर्व भी भुगतान प्राप्त किया जा सकता है, जिस पर 5.5 % की दर से ब्याज दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि इस योजना में निवेश पर धारा 80-सी के तहत आयकर में छूट का भी प्रावधान है।


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