कुर्मी समाज ने उपजाति तोड़ दहेज मुक्त विवाह करने, अंधविश्वास समाप्त करने जैसे दर्जनों फैसले लिए

संतोष राउत, पटना। कुर्मी जागरण एकीकरण अभियान और वीरचंद पटेल समाज सेवा संस्थान द्वारा संयुक्त रूप से चिंतन मंथन शिविर बिहार के  दारोगा प्रसाद राय पथ स्थित पटेल सेवा संघ के सभागार में राष्ट्रीय संचालक कूर्मि कौशल किशोर आर्य की अध्यक्षता में आयोजित की गई, जिसमें बिहार के विभिन्न जिलों के प्रतिनिधियों ने समाज की वर्तमान समस्याओं और उसके समाधान पर विचार विमर्श करने के बाद सर्वसम्मति से फैसला लिया गया। 

चिंतन मंथन शिविर मे प्रथम उपजाति तोड़ कर दहेज़ मुक्त विवाह करने तथा मृत्यु ब्रह्म भोज समेत सभी प्रकार के अंधविश्वास समाप्त करने के लिए फैसले लिए गए। द्वितीय अक्टूबर 2023 में पटना में राज्य स्तरीय कुर्मी चेतना जागरण सम्मेलन आयोजित करने के फैसले लिए गए। इसके लिए प्रथम तीन महीने बिहार के सभी जिलों में बैठक आयोजित करके समाज के बंधुओं को जागृत करने और दूसरे तीन महीने में सम्मेलन की तैयारी करने के लिए फैसले लिए गए। तृतीय पटना और बिहार के अन्य जिलों में स्वराज के जनक छत्रपति शिवाजी महाराज ,आरक्षण के जनक छत्रपति शाहूजी महाराज,भारत के शिल्पकार सरदार वल्लभ भाई पटेल और स्वतंत्रता सेनानी वीरचंद पटेल की आदम कद प्रतिमा लगाने के लिए फैसले लिए गए इसके लिए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से एक शिष्टमंडल मिलने के लिए फैसले लिए गए। चौथे 1894 ई में स्थापित कुर्मी समाज के मातृ संगठन अखिल भारतीय कूर्मि क्षत्रिय महासभा के विभिन्न गुटों में एकीकरण करने, कुर्मी समाज के अन्य संगठनों में आपस में सामंजस्य बनानें तथा कुर्मी समाज के विभिन्न शाखाओं और उपजातियों को संगठित करने के लिए बिहार के सभी जिलों और निकायों में अभियान चलाने के फैसले लिए गए। पांचवें बिहार के राज्य स्तरीय संचालन के लिए 25 सदस्यीय संचालन समिति बनाई गई। 
सभा का संचालन वयोवृद्ध समाजसेवी और वीरचंद पटेल पर रिसर्च साहित्यकार विपिन विप्लवी ने किया। सभा में वयोवृद्ध समाजसेवी बिन्देसरी सिंह, अनिल मंडल, संजय सिंह पटेल, सुधीर कुमार पटेल छत्रपति, डा. सत्येन्द्र कुमार पटेल, संजू कुमारी, मुन्ना कुमार पटेल, अमरेश कुमार हंस, प्रोफेसर राम भगवान सिंह, प्रमोद कुमार, सुनील पटेल, बीबी सिंह, प्रबोध कुमार सिन्हा समेत अन्य लोगों ने विचार व्यक्त किए।
Comments