शिक्षक दिवस के अवसर पर जिले के 75 शिक्षकों को सम्मानित किया
शि.वा.ब्यूरो, मुजफ्फरनगर। माध्यमिक शिक्षा विभाग द्वारा शिक्षक दिवस के अवसर पर जिले के माध्यमिक विद्यालयों के 75 शिक्षकों को उनके उत्कृष्ट शैक्षणिक कार्यो के लिए सम्मानित किया गया। शिक्षक सम्मान समारोह का शुभारंभ मुख्य विकास अधिकारी आलोक यादव, जिला विद्यालय निरीक्षक गजेन्द्र कुमार, शासन द्वारा नामित नॉडल अधिकारी विशेष सचिव डॉ. सरोज कुमार द्वारा संयुक्त रूप से माँ सरस्वती के सम्मुख दीप प्रज्वलित करके किया गया। कार्यक्रम का संचालन प्रधानाचार्य डॉ. विकास कुमार ने किया।
कार्यशाला का शुभारंभ करते हुए शासन के विशेष सचिव ने कहा कि शिक्षक वह पथ प्रदर्शक होता है, जो हमे किताबी ज्ञान ही नही, अपितु जीवन जीने की कला सिखाता है। मुख्य विकास अधिकारी आलोक यादव ने कहा कि शिक्षकों का कार्य बहुत महत्वपूर्ण व कठिन है। एक अच्छे गुरु का मिलना दुर्लभ है। गुरु ही बच्चों को सही मार्गदर्शन देकर समाज और देश के लिए नई पीढ़ी तैयार करते है, उनका सम्मान करना हम सभी के लिए गौरव के पल होते है। जिला विद्यालय निरीक्षक गजेन्द्र कुमार ने कहा कि शिक्षक का ध्येय बच्चों का चरित्र निर्माण करना तथा ऐसे मूल्यों को रोपना होना चाहिए, जिससे कि उनके सीखने की क्षमता में वृद्धि हो सके व छात्र छात्राएं सृजनशील बन सके। अच्छा शिक्षक वह है, जो जीवन पर्यंन्त विद्यार्थी बना रहता है और इस प्रक्रिया में वह केवल किताबों से ही नही, अपितु विद्यार्थियों से भी सीखता है।
िला विद्यालय निरीक्षक गजेन्द्र कुमार ने कहा कि पूर्व राष्ट्रपति डॉ.सर्वपल्ली राधाकृष्णन को नमन करते हुए कहा कि विद्यालयों में शासन की सभी योजनाओं को क्रियान्वित करने में शिक्षकों की बहुत ही अहम भूमिका होती है, शिक्षक ही वह व्यक्ति है, जो बालक के व्यक्तित्व का सर्वांगीण विकास कर उनमें अच्छे मूल्यों व आदर्शों को विकसित करता है, जिससे कि वो भविष्य में देश के उत्तम नागरिक बनें और देश की उन्नति व विकास में अपना योगदान दे सके। राज्य व राष्ट्रीय शिक्षक पुरूस्कार प्राप्त डॉ.विकास कुमार द्वारा भारत रत्न पूर्व राष्ट्रपति राधाकृष्णन का जीवन परिचय दिया गया। उन्होंने कहा कि अध्यापक का समाज मे बहुत महत्वपूर्ण स्थान होता है, वह उस धुरी के समान है, जो बौद्धिक परंपराओं व तकनीकी क्षमताओं को एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी तक हस्तांतरित करता है और सभ्यता की ज्योति को प्रज्वलित रखता है।
नॉडल अधिकारी बृजेश कुमार ने कहा कि विद्यालय का भवन, साज-सज्जा व अन्य उपकरण कितने भी अच्छे हो, यदि शिक्षक योग्य व कुशल नही है, उनमें अपने कार्य के प्रति सच्ची लगन, ईमानदारी एवं समर्पण के भाव नही है, तब विद्यालय में शिक्षाप्रद वातावरण का निर्माण नही किया जा सकता। प्रवक्ता ममता रानी ने विगत 4 वर्षों में माध्यमिक शिक्षा विभाग द्वारा किए गए कार्यो के बारे में बताया।
शिक्षक सम्मान समारोह में में सरकारी, अर्धसरकारी व वित्तविहीन विद्यालयों के ललित मोहन गुप्ता, विनय यादव, लेफ्टिनेंट राकेश कुमार, संदीप कुमार कौशिक, सुधीर त्यागी, राजकुमार जैन, प्रधानाचार्य हरि ओम गणपति सहस्रबुद्धे, प्रधानाचार्य शिव कुमार यादव, आशीष द्विवेदी, प्रधानाचार्य अनिता गुप्ता, प्रवेन्द्र दहिया, अनिल शास्त्री आदि सहित 85 प्रधानाचार्यो व शिक्षक शिक्षिकाओं को सम्मानित किया गया। प्रधानाचार्य हरि ओम गणपति सहस्रबुद्धे ने उपस्थित सभी शिक्षकों का आभार व्यक्त किया।
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