हितेन्द्र शर्मा, शिक्षा वाहिनी समाचार पत्र।
साहित्य कला संवाद इस शीर्षक का प्रभाव और आकर्षण अद्भुत है, शीर्षक को पढ़ते और सुनते ही मन-मस्तिष्क में जिज्ञासा उत्पन्न होती है। साहित्य कला संवाद कार्यक्रम श्रंखला के एक सौ पड़ाव पार कर यह निरन्तर अपने लक्ष्यों की ओर अग्रसर है। इस कार्यक्रम को प्रदेश, देश और विदेश से संस्कृति एवं साहित्य में रूचि रखने वाले दर्शकों का अभूतपूर्व सहयोग और स्नेहिल आशीर्वाद प्राप्त हो रहा है। वर्तमान कोरोना काल में नियमित रूप से प्रसारित होने वाला “साहित्य कला संवाद” हिमाचल अकादमी का एक सर्वाधिक लोकप्रिय कार्यक्रम है। माननीय शिक्षा, भाषा संस्कृति मंत्री गोविन्द सिंह ठाकुर ने हिमाचल कला संस्कृति भाषा अकादमी के इस मंच से राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर अपने बहुमूल्य विचार रखें और अकादमी के कार्यक्रमों की सराहना कर अकादमी परिवार को आशीष प्रदान किया।
साहित्य कला संवाद कार्यक्रम की शुरुआत मेरे जीवन का एक बेहतरीन अनुभव रहा। लॉकडाउन के दौरान हिमाचल कला संस्कृति भाषा अकादमी के सचिव डॉ. कर्म सिंह जी के समक्ष मैंने एक ऑनलाइन कार्यक्रम का प्रस्ताव रखा। उन्होंने गम्भीरता से मेरी बात को सुना और पूरी दिलचस्पी दिखाते हुए कार्यक्रम से सम्बंधित सभी पहलुओं पर विस्तृत चर्चा की। इस दौरान सरकार द्वारा चौथे चरण का लॉकडाउन 18 से 31 मई तक बढ़ा दिया गया। अकादमी सचिव का मुझे फोन आया, उन्होंने कहा यदि सम्भव हो तो आप "साहित्य कला संवाद" शीर्षक से अकादमी के कार्यक्रम का संचालन 31 मई 2020 तक ऑनलाइन कर सकते हैं। कोरोना काल ने वास्तव में हमें एक अवसर प्रदान किया, हमने चुनौतियों को अवसर में बदलने के लिए सोशल मीडिया का सदुपयोग किया।
हिमाचल कला संस्कृति भाषा अकादमी के नाम से सर्वप्रथम एक फेसबुक पेज का निर्माण किया गया, कार्यक्रम के प्रसारण का माध्यम तैयार करने के बाद कार्यक्रम की रूपरेखा, प्रसारण का समय, कार्यक्रम का नियंत्रण, कला एवं साहित्य प्रेमी दर्शकों तक पहुंचने की रणनीति को हमनें मात्र दस-बारह घंटों के भीतर तय किया। सकारात्मक ऊर्जा और पूर्ण विश्वास के साथ साहित्य कला संवाद कार्यक्रम का आगाज़ रविवार 24 मई 2020 को शाम 7:00 बजे अकादमी सचिव डॉ. कर्म सिंह द्वारा किया गया। फेसबुक लाईव के माध्यम से अकादमी का यह प्रथम प्रयास बेहद सफल रहा, कार्यक्रम को लगभग 1300 दर्शकों ने देखा और लाईव प्रसारण के दौरान लगभग 260 टिप्पणियां कार्यक्रम पर की गई।
कला, साहित्य, लोक संस्कृति से जुड़े तमाम लोगों सहित युवाओं का हमें विशेष सहयोग निरन्तर प्राप्त होता रहा है। हमारे प्रयासों को दिन-प्रतिदिन मिलती सफलता को देखते हुए एक सप्ताह की बंदिश को तोड़ यह कार्यक्रम आगामी अनेक महीनों की रूपरेखा पल-पल में तैयार करता जा रहा है। साहित्य कला संवाद कार्यक्रम का सफ़र बेहद रोचक एवं ज्ञानवर्धक है। कला, संस्कृति, साहित्य, दर्शन, राष्ट्रीय, अंतरराष्ट्रीय समसामयिक विषयों एंव अनेकों समाजिक पहलुओं को छूते हुए यह सिलसिला निरन्तर अपनी आगामी उपलब्धियों की ओर बढ़ता चला जा रहा है।
संयोजक साहित्य कला संवाद कार्यक्रम कुमारसैन, शिमला, हिमाचल प्रदेश