शि.वा.ब्यूरो, बिजनौर। देश की आर्थिक राजधानी कही जाने वाली मुम्बई से लेकर तमाम प्रगतिशील कहे जाने वाले जनपदों व क्षेत्रों को पछाड़ते हुए जनपद मुख्यालय से दूर-दराज के छोटे से ग्रामीण क्षेत्र के शाखा डाकपाल सोहनवीर ने महालाॅगिंग दिवस पर पूरे देश में सबसे अधिक लक्ष्यपूर्ति ;327 ट्रांजैक्शनद्ध करके देश में पहला स्थान प्राप्त किया है, लेकिन विभागीय आला अफसरों की उदासीनता के चलते देश में नम्बर वन आने की चमक फीकी होकर रह गयी है।
जानकारों के अनुसार देश में पहला स्थान प्राप्त करना न केवल उस व्यक्ति के लिए, बल्कि पूरे मण्डल, परिमण्डल व प्रदेश के लिए कोई कम गौरव की बात नहीं है, लेकिन अफसोस विभागीय आला अफसरों ने इसे गम्भीरता से नहीं लिया। बिजनौर मण्ड़ल के डाक अधीक्षक राधेश्याम शर्मा ने जरूर देश में नम्बर वन आने वाले अपने मण्ड़ल के शाखा डाकपाल सोहनवीर को सम्मानित करके डेमेज कंट्रोल करने का प्रयास अवश्य किया है, जिसके लिए वे बधाई के पात्र हैं। विभागीय सूत्रों ने अपना नाम प्रकाशित नहीं करने की शर्त पर दबी जबान से तंज कसा कि उपलब्धि इतनी बड़ी है कि परिमण्ड़ल व प्रदेश के मुखिया सहित केन्द्रीय स्तर से सम्मानित किया जाना चाहिए था, लेकिन किसी ने फोन करके देश की हीरों की पीठ थपथपाना भी उचित नहीं समझा।
विभागीय सूत्रों के अनुसार देहलावाला निवासी युवा सोहनवीर सिंह की नियुक्ति वर्ष 2015 में प्रधान डाकघर धामपुर के उपडाकघर अफलजगढ़ के क्षेत्र में आने वाले शाखा डाकघर कल्लूवाला में बतौर शाखा डाकपाल हुई थी। सोहनवीर सिंह बताते हैं कि इससे पहले भी वे पीपीएफ के पांच खाते खुलवाने के लक्ष्य के सापेक्ष 102 खाते पीपीएफ के खुलवा चुके हैं। इसके साथ ही वे अब तक व्यक्तिगत आईडी पर लगभग दो हजार खाते खोल चुके हैं। सोहनवीर सिंह ने बताया कि उन्हें एक ट्रांजैक्शन में मात्र एक से सवा मिनट का समय लगता है। उन्होंने बताया कि उनका निवास स्थान शाखा डाकघर कल्लूवाला से लगभग 17 किलोमीटर है और जब वे घर से डाकघर के लिए निकलते हैं तो रास्ते भर विभागीय कार्य करते हुए चलते हैं। इसी दौरान उन्होंने बहुत से ट्रांजैक्शन करने के साथ पीपीएफ के खाते भी खुलवाये हैं।
विभागीय आंकड़ों की मानें तो शाखा डाकपाल सोहनवीर सिंह इससे पहले भी महालाॅगिंग के दौरान 74, 174, 368 व 241 आईपीपीबी ट्रांजैक्शन करके रिकार्ड कायम कर चुके हैं। डाकघर के एक कर्मचारी ने अपना नाम प्रकाशित न करने के शर्त पर बताया कि एक बार पहले भी महालाॅंिगक में 368 ट्रांजैक्शन करके देश में नम्बर वन का खिताब जीतने वाले थे, लेकिन किन्हीं खामियों के कारण उससे कम 323 ट्रांजैक्शन करने वाले कर्मचारी को नम्बर वन घोषित कर दिया गया था।