शि.वा.ब्यूरो, रावतभाटा (राजस्थान)। डॉक्टर मिली भाटिया आर्टिस्ट बताती हैं कि नारी अंतर्मन की 7 पेंटिंग में से मेरी दूसरी पेंटिंग नारी का एक और रूप मदर एंड चाइल्ड है। अपनी इस पेंटिंग के माध्यम से मैंने यह बताने की कोशिश ही है कि ये नारी गाँव की साधारण अनपढ़ महिला है। अपने पढ़े नहीं होने का अहसास इसे कचैट रहा है और इसके अंतर्मन में चल रहा है कि मैं तो नहीं पढ़ सकी, परन्तु मैं अपने बच्चे को इतने अच्छे से पढ़ाऊंगी, ताकि वह अपने जीवन को अच्छे से जी सके।
पेंटिंग में वह ग्रामीण महिला अपने बच्चे की तुलना तुलसी के पौधे से कर रही है कि ये पौधा जैसे-जैसे बड़ा होगा, वैसे-वैसे मेरा बच्चा भी बड़ा होगा। यह पेंटिंग सीरीज एमए करने के दौरान वर्ष 2008 में बनाई थी और इसे प्रदर्शनी में स्थान मिला था। इस पेंटिंग को काफी सराहा भी गया था।
डा.मिली भाटिया आर्टिस्ट की नारी अंतर्मन पर दूसरी पेंटिंग में एक अनपढ़ मां बच्चे को पढ़ाने की लालसा प्रदर्शित करने की कोशिश