वसीम अहमद, खतौली। औरेया सहित जगह-जगह पलायन कर रहे प्रवासी मजदूरों की सड़क दुर्घटना में हो रही मौत के बाद जनपद पुलिस ने ट्रकों पर गहरी नजर रखनी शुरू कर दी है। अब कड़ी चैकिंग के बाद ही मालवाहक वाहनों को जनपद की सीमा से गुजरने दिया जा रहा है।
बता दें कि ओरैया-मुजफ्फरनगर सहित देश व प्रदेश के कई हिस्सों में मजदूरों को दुर्घटनाओं में अपनी जान गंवानी पडी है। इन दुर्घटनाओं से सबक लेते हुए जनपद मुजफ्फरनगर पुलिस ने भी मालवाहक वाहनों की चैकिंग मंे अपनी सक्रियता बढ़ा दी है। पुलिस ने ट्रकों में छिपकर हो रहे मजदूरों के पलायन को रोकने के लिए ट्रकों की सघन चैकिंग कर रही है। कस्बे कर बॉर्डर चैकी भंगेला में मालवाहक वाहनों की चैकिंग में दर्जन भर से अधिक पुलिस कर्मी लगे हैं, जो मालवाहक वाहनों की गहनता से जांच पड़ताल करने के बाद ही छोड़ रहे हैं। गाड़ी में खाद्य सामग्री है तो कहां से आ रही और कहा जा रही है, इस बात की पूरी तहकीकात की जा रही है। अब उनकी जांच कागज दिखाने तक ही सीमित नहीं रह गयी है, बल्कि वे गाड़ी पर बंधे त्रिपाल को हटाकर मुकम्मल जांच कर रहे है, कि कोई तिरपाल के नीचे सामान की आड़ में पलायन करने की कोशिश तो नहीं कर रहा है। अक्सर कई आरोप झेलने वाली बैरियर ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मी कुछ ज्यादा ही सतर्क दिख रहे हैं। ट्रकों पर आवश्यक वस्तु का स्टीकर लगाकर यूपी-बिहार के मजदूर अन्य राज्यों से पलायन कराने वाले वाहन चालकों की अब दाल नहीं गल पा रही है।
बता दें कि ओरैया काण्ड़ में ग्यारह पुलिसकर्मियों के निलम्बन के बाद पुलिस ने इस ओर सर्तकता बढ़ा दी है। सूबे के पुलिस मुखिया सहित अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी सहित मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अफसरों को कड़े निर्देश दिये हैं कि सड़क पर कोई मजदूर पैदल, साईकिल पर नजर नहीं आना चाहिए, साथ ही ट्रकों आदि मालवाहक वाहनों में यदि कोई मजदूर पलायन करना पकड़ा गया तो सम्बन्धित क्षेत्र के पुलिस अधिकारियों व कर्मचारियों को बख्शा नहीं जायेगा।