सीबीएसई में अब रिचैकिंग नहीं (शिक्षा वाहिनी समाचार पत्र के वर्ष 13, अंक संख्या-22, 24 दिसम्बर 2016 में प्रकाशित लेख का पुनः प्रकाशन)


शि.वा.ब्यूरो, नई दिल्ली। सीबीएसई के स्टूडेंट्स अब रि चेकिंग या रि टोटलिंग के लिए आवेदन नहीं कर सकेंगे। दरअसल बोर्ड ने परीक्षाओं खासकर इंटर में रि चेकिंग व रि टोटलिंग की व्यवस्था अब खत्म कर दी है। यह व्यवस्था 2017 के शैक्षणिक सत्र से लागू होगी। सीबीएसई के इस नियम के बाद 2017 जो स्टूडेंट्स पूरक आएंगे उन्हें सीधे उसी सब्जेक्ट दोबारा परीक्षा देनी होगी, जबकि फेल होने वाले स्टूडेंट्स के पास क्लास में दोबारा पढ़ने के अलावा कोई और आॅप्शन नहीं होगा। सहोदय सचिव राहुल केसरवानी के अनुसार सीबीएसई ने इससे संदर्भ में संदेश सभी स्कूलों में भेज दिए हैं। 
सीबीएसई के इस फैसले पर एक्सपर्ट रि टोटलिंग में सिर्फ अंकों की गिनती होती थी, लेकिन काॅपी दोबारा से जांची नहीं जातेी थी। बोर्ड की डिजिटल काॅपी देखने की सुविधा स्टूडेंट्स के पास रहेगी, हालांकि इस नई व्यवस्था से लगभग 18 हजार स्टूडेंट्स पर फर्क पड़ेगा। यदि कोई स्टूडेंट्स एक या दो अंक के लिए रि टोटलिंग से पास हो जाता है, तो फिर यह व्यवस्था बंद किया जाना उचित नहीं है। क्योकि अब इन स्टूडेंट को सप्लीमेंट्री एग्जाम देना होगा।
सीबीएसई काउंसलर डा. पूनम देवदत्त का मानना है कि स्टूडेंट्स को अब एग्जाम दोबारा देना होगा, इससे स्टूडेंट्स के सामने एक मजबूत विकल्प होगा, जिससे उस विषय में उनकी समझ बढ़ेगी। जिन कमियों के कारण नंबर कटे हैं, उसके लिए मेहनत कर विषय भी मजबूत होगा।


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