डॉक्टर भीमराव अंबेडकर का जन्म दिवस हर्षोल्लास के साथ मनाया

शि.वा.ब्यूरो, खतौली। आर्य समाज शिवपुरी में डॉक्टर भीमराव अंबेडकर का जन्म दिवस हर्षोल्लास के साथ मनाया गया इस अवसर पर उनका भावपूर्ण स्मरण किया गया। कार्यक्रम में डॉक्टर भीमराव अंबेडकर के व्यक्तित्व और कृतित्व पर बोलते हुए सत्येंद्र आर्य प्रधान जिला आर्य सभा मुजफ्फरनगर ने कहा कि डॉक्टर भीमराव अंबेडकर को दिया गया भारत रत्न सार्थक सिद्ध होता है वह प्रख्यात कानून विद प्रखर राष्ट्रभक्ति और समाज सुधारक थे। उन्होंने कहा कि इंग्लैंड से आने के बाद उन्होंने वैदिक साहित्य का अध्ययन किया और धर्म पर खुलकर विचार व्यक्त किए। वह कहते थे के आर्य लोग भारत के मूल निवासी हैं वह बाहर से नहीं आए वेद ही उनके धर्म ग्रंथ हैं और वह सभी भारतीयों के पूर्वज थे। उन्होंने कहा कि हिंदू प्राचीन आर्यों की ही नई संज्ञा है आर्यों में कोई जातिगत भेदभाव नहीं था। उन्होंने कहा कि अंबेडकर जी राष्ट्र को मत  मतांतरों  जाति और समाज से ऊपर मानते थे राष्ट्र ही उनकी आस्था का केंद्र था।

पंडित रामदेव शास्त्री ने बताया कि भीमराव अंबेडकर बचपन से ही कुशाग्र बुद्धि के थे। उन्होंने इंग्लैंड में जाकर ग्रेजुएट और एलएलबी की परीक्षा पास की। उन्होंने कहा कि महाराज गायकवाड़ ने उनके आर्थिक रूप से सहायता की थी यही नहीं उन्होंने एक विधवा ब्राह्मणी से विवाह किया और समाज के सामने एक उदाहरण प्रस्तुत किया। भगवान सिंह ने बताया कि संविधान सभा में वह सबसे सक्रिय और महत्वपूर्ण थे, संविधान में उन्होंने जो आरक्षण की व्यवस्था की थी वह केवल 10 वर्षों के लिए थी। डॉक्टर अंबेडकर डॉक्टर अंबेडकर देश के विभाजन के पक्ष में नहीं थे।
इस अवसर पर डॉक्टर वीरेंद्र आर्य, धीरेंद्र आर्य, दिनेश आर्य, रामशरण प्रधान, जगदीश, अजेश, आर्य सुशील, आर्य पुरु, महाराज देवासी, आर्य कमल प्रवीण, आर्य वेदांशी, आर्य सुनील वर्मा, रामानंद आर्य, चरण सिंह आर्य, शोभाराम आर्य, अमरीश कौशिक आदि लोग उपस्थित रहे। इस अवसर पर संपन्न यज्ञ में अरुण धारीवाल यजमान रहे।
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