श्रीमद्भागवत कथा को सुभाष नगर मैदान से जैन भवन में स्थानांतरित किया

मदन सुमित्रा सिंघल, शिलचर (असम) राजस्थान के सुप्रसिद्ध कथा वाचक पंडित चंद्र प्रकाश शास्त्री तीन चार महीने पहले शिलचर में आये तथा श्री शिलचर गौशाला के लिए श्रीमद्भागवत कथा का आयोजन करने की अपने मन की बात रखी, लेकिन ऐन वक्त पर एक ही समय रूद्र महायज्ञ का आयोजन किया जा रहा था, इसलिए कार्यक्रम को सुभाष नगर मैदान से जैन भवन में स्थानांतरित किया गया, ताकि जनता पर आर्थिक बोझ ना पङे

श्रीमद्भागवत कथा का आयोजन में पहले दिन मेरी शिष्टाचार भेंट हुई, उस समय वो जैन भवन सभागार को अपने अंदाज में सजवा रहे थे, जिसमें झांकियों के लिए एक पर्देवाला मंच यजमानों मुख्य अतिथियों पत्रकारों महिलाओं पुरुषों के अलावा भव्य व्यासपीठ तथा संगीत मंडल का अलग स्थान बनवाया
पंडित शास्त्री ने दृढ संकल्प के साथ कहा कि मुझे एक रुपया भी नहीं लेना है, लेकिन 11 लाख  रूपये गौशाला के लिए संग्रह करना है, जिसमें बिमार एवं लाचार गायों के लिए एक एंबुलेंस लाकर भेंट करना है। इतना रूपया तथा इतने श्रोता मुश्किल लग रहे थे, लेकिन कहा कि आप देखते जाना यह होकर रहेगा। लगातार चार घंटे कथा में सिर्फ भजन कीर्तन किया जाता था।
किस्से कहानियों एवं चुटकलों में समय कभी भी जाया नही किया.इतनी सुंदर झांकियों का प्रर्दशन करके रंगमंच बना दिया.भीड़ भी काफी हुई लोगों ने मुक्त हस्त दान किया। आरती एवं अन्य सभी चढावा गौशाला को दान किया। आखिरी दिन गौशाला में एंबुलेंस भेंट करते हुए 51 लोगों को यज्ञ करवाया। गौशाला कमेटी ने विशाल भंडारा किया
   संतुष्ट कथा वाचक पंडित चंद्र प्रकाश शास्त्री को प्रथम मिलन में मैंने उतरीय से सम्मानित किया तो आज विदाई के समय श्रीमद्भागवत मुझे भेंट की. साहित्य मित्र सम्मान उन्हें देने का भी मुझे शौभाग्य मिला. 

Post a Comment

Previous Post Next Post