शि.वा.ब्यूरो, मुजफ्फरनगर। अल्पसंख्यक कांग्रेस उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष शाहनवाज आलम के निर्देश पर अल्पसंख्यक कांग्रेस के जिला अध्यक्ष हकीम जफर महमूद व महानगर अध्यक्ष दिलशाद त्यागी के नेतृत्व में आज एनसीईआरटी द्वारा प्रकाशित कुछ किताबों में से संविधान की प्रस्तावना को हटा दिए जाने, और बाबरी मस्जिद को तीन गुंबद वाली संरचना लिखने के संदर्भ में केंद्रीय शिक्षा मंत्री के नाम एक ज्ञापन जिला अधिकारी को दिया गया।
ज्ञापन में कहा गया है कि एनसीईआरटी की ताजा प्रकाशित कक्षा 3 की ईवीएस की पुस्तकों में संविधान की प्रस्तावना शामिल नहीं है जबकि पुरानी पुस्तकों में प्रस्तावना शामिल थी क्योंकि प्रस्तावना संविधान का लघु रूप है, इसी तरह जून 2024 में एनसीईआरटी ने कक्षा 12 की राजनीति विज्ञान की किताब में से बाबरी मस्जिद शब्द हटाकर तीन गुंबद वाली संरचना कर दिया है। ज्ञापन में कहा गया है कि यह प्रकरण ऐतिहासिक तथ्यों से छेड़छाड़ है।
अल्पसंख्यक कांग्रेस के जिला अध्यक्ष हकीम जफर महमूद ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट की अवमानना का भी मामला है, क्योंकि सुप्रीम कोर्ट ने भी अपने फैसले में बाबरी मस्जिद शब्द का प्रयोग किया है। उन्होंने कहा कि इसलिए अल्पसंख्यक कांग्रेस ने ज्ञापन के माध्यम से मांग की कि जिन अधिकारियों ने यह हरकत की है उनके विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाए। ज्ञापन देने वालों में उनके साथ मुख्य रूप से ममनून अंसारी एडवोकेट पीसी सी ,सद्दाम इंजीनियर जिला अध्यक्ष सोशल मीडिया ,रिजवान सिद्दीकी नगर अध्यक्ष सोशल मीडिया, इकबाल कुरैशी ,फैज मोहम्मद खान, सरदार फारुकी, गफ्फार त्यागी, मोहम्मद अहमद, गुलरेज खान ,डॉक्टर अब्दुल रहमान ,मजहर अब्बास, शेखर पंडित, आमिर अली एड,परवेज आलम एवं अन्य कांग्रेस कार्यकर्ता मौजूद रहे।