विशेष टीकाकरण पखवाड़ा शुरू, सीएमओ ने स्वास्थ्यकर्मियों को दिये शत-प्रतिशत टीकाकरण के निर्देश

शि.वा.ब्यूरो, मुजफ्फरनगर। कई जानलेवा बीमारियों से बचाव के लिए नियमित टीकाकरण से वंचित पांच साल तक के बच्चों को टीके लगाने के लिए सोमवार से दूसरे विशेष टीकाकरण पखवाड़े की शुरुआत हो गई है। यह पखवाड़ा 24 फरवरी तक चलेगा। आज मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. महावीर सिंह फौजदार ने टीकाकरण की स्थिति का जायजा लेने के लिए इंद्रा कॉलोनी, गाजावाली और सरवट के स्वास्थ्य केंद्रों पर निरीक्षण किया और टीकाकरण को लेकर दिशा-निर्देश दिए।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. महावीर सिंह फौजदार ने बताया कि शासन ने बच्चों को बीमारियों से बचाव के लिए होने वाले नियमित टीकाकरण से छूटे हुए बच्चों को शत प्रतिशत टीकाकरण करने के लिए विशेष पखवाड़ा चलाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने बताया कि दूसरे पखवाड़े की शुरुआत आज से हुई है, यह पखवाड़ा 24 फरवरी चलेगा। उन्होंने बताया कि तृतीय पखवाड़ा 13 मार्च से 24 मार्च तक चलाया जाएगा। उन्होंने बताया कि विशेष टीकाकरण का प्रथम पखवाड़ा नौ से 20 जनवरी तक चलाया गया था। उन्होंने बताया कि टीकाकरण के लिए स्वास्थ्य विभाग ने माइक्रोप्लान तैयार किया है, जिसमें ग्रामीण क्षेत्रों में उप स्वास्थ्य केंद्रों पर या उन क्षेत्रों में जहां पर छूटे हुए बच्चों की संख्या ज्यादा है, वहां पर स्वास्थ्य विभाग की टीम बच्चों को टीके लगा रही है। 
जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. विपिन कुमार ने बताया कि जिले में कराए गए सर्वे में नियमित टीकाकरण से वंचित शून्य से पांच वर्ष के 419707 बच्चे मिले, जिनमें शून्य से एक वर्ष के 95342 बच्चे, एक से दो वर्ष के 100625 बच्चे और दो से पांच वर्ष 223740 बच्चे हैं।उन्होंने बताया कि पेन्टा-1, पेन्टा-2, पेन्टा-3 और एम.आर.-1 व एम.आर.-2 की 52160 डोज छूटी मिली। विशेष टीकाकरण पखवाड़ा के प्रथम चरण में पेंटा-1, पेटा-2, पेंटा-3, एम.आर.-1,एम.आर.-2, की कुल 25134 डोज शून्य से पांच वर्ष तक के बच्चों को दी गयीं। उन्होंने बताया कि अब बाकी बच्चों को 13 फरवरी से 24 फरवरी तक चलने वाले द्वितीय पखवाड़े एवं 13 मार्च से 24 मार्च (तृतीय पखवाड़े) तक टीके लगाए जाएंगे।
डॉ. विपिन कुमार ने बताया कि पांच साल तक के बच्चों को टीबी, पोलियो, हेपेटाइटिस, टिटनेस, काली खांसी, इन्फ्लुएंजा, दिमागी बुखार और निमोनिया आदि बीमारियों से बचाव के लिए नियमित टीकाकरण किया जाता है।

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