शि.वा.ब्यूरो, मुजफ्फरनगर। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद के जिला स्थित राजकीय विद्यालयों के कक्षा 9 से कक्षा 12 तक के 5000 कमजोर छात्र छात्राओं के लिए विशेष उपचारत्मक कक्षाओं का संचालन किया जाएगा।
राजकीय विद्यालयों के प्रधानाचार्यों व शिक्षकों की कार्यशाला में जिला विद्यालय निरीक्षक गजेन्द्र कुमार ने कहा कि अक्टूबर माह से जनवरी माह तक कक्षा 9 व कक्षा 10 के कमजोर छात्र छात्राओं को हिन्दी, अंग्रेजी, गणित, विज्ञान, सामाजिक विज्ञानं तथा कक्षा 11 व कक्षा 12 के कमजोर छात्र छात्राओं को हिन्दी, अंग्रेजी, गणित, भौतिक विज्ञान, रसायन विज्ञानं व जीव विज्ञान विषय की विशेष तैयारी विषय विशेषज्ञों द्वारा बनाए गए मोड्यूल के आधार पर पूर्व निर्धारित समय सरणी बनाकर कराई जाएगी।
जिला विद्यालय निरीक्षक ने कहा कि उपचारात्मक कक्षाओं की निगरानी करने हेतु जिला स्तर व मण्डल स्तर पर एक टीम गठित की जाएगी जिसमें सभी विषय के उत्कृष्ट शिक्षक शिक्षिकाओं को सम्मिलित किया जाएगा। उन्होने कहा कि यदि किसी राजकीय विद्यालय में किसी विषय का शिक्षक नही है, तब समीप के किसी अशासकीय सहायता प्राप्त या वित्तविहीन विद्यालय से विषय अध्यापक से शिक्षण कार्य कराने की व्यवस्था की जाएगा और उनको प्रोत्साहन के रूप में मानदेय भी दिया जाएगा। उन्होने कहा कि बोर्ड परीक्षा में बेहतर परिणाम देने वाले शिक्षक-शिक्षिकाओं को सम्मानित भी किया जाएगा।
जिला विद्यालय निरीक्षक ने बताया कि जिले में उपचारात्मक कक्षाओं क्रियान्वयन हेतु सनातन धर्म इण्टर कॉलेज मीरापुर के प्रधानाचार्य डॉ. विकास कुमार को शासन द्वारा मास्टर ट्रेनर व जिला नॉडल अधिकारी नामित किया गया है। मास्टर ट्रेनर प्रधानाचार्य डॉ. विकास कुमार ने कहा कि उपचारत्मक कक्षाओं को आरम्भ करने से पहले विद्यार्थियों के पढाई में कमजोर होने का कारण पता लगाने का प्रयास किया जाएगा। उन्होने कहा कि उसके लिए प्रत्येक विद्यार्थी का पोर्ट फोलियों शिक्षकों द्वारा बनाया जाएगा और प्री टेस्ट भी लिया जाएगा।
डॉ. विकास कुमार ने कहा कि उपचारत्मक कक्षाओं के संचालन होने पर मध्य व अंत में पुनः विद्यार्थियों का विभिन्न माध्यम से आकलन कर उनके अभिभावकों को होने वाली प्रगति से अवगत कराया जाएगा। उन्होने कहा कि प्रधानाचार्य नियमित कक्षा के अलावा समय सारिणी में से 5-5 मिनट कम करके अलग से 40 मिनट का समय सुधारात्मक कक्षा के लिए निर्धारित करेंगे। उन्होने कहा कि चिन्हित विद्यार्थियों के अतिरिक्त कोई भी विद्यार्थी यदि स्वेच्छा से सुधारात्मक कक्षा में पढ़ना चाहे तब उसको भी अनुमति दी जाएगी।
बता दें कि शासन द्वारा प्रदेश स्तर पर विषय विशेषज्ञों द्वारा प्रश्नोत्तरी व शिक्षण सामग्री बनवाई गई है, जिसे जिले के समस्त राजकीय विद्यालयों को उपलब्ध कराई जाएगी। विभाग द्वारा विद्यार्थियों का मूल्यांकन करने के लिए प्रबोधन एप्प भी तैयार किया गया है, जिसके माध्यम से ऑनलाइन कक्षाओं का भी संचालन किया जाएगा। कार्यशाला में अमित कुमार, बृजेश कुमार, ललित मोहन गुप्ता, आशीष द्विवेदी, विनय गुप्ता, उमा रानी, मीनाक्षी आर्य आदि मुख्य रूप से उपस्थित रहें।