राज शर्मा, शिक्षा वाहिनी समाचार पत्र।
जगत के पालनहार कहे जानें वाले मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम जी की जन्मभूमि पर भव्य राम मन्दिर के पुनर्निर्माण की पावन बेला पर करसोग-पांगणा के गांव-गांव,घर-परिवार के आँगन-देहरी और पूजा कक्ष में दीपावली की तरह जगमगाते दीप जले। संस्कृति मर्मज्ञ डॉएक्टर जगदीश शर्मा का कहना है कि वे आज श्री राम जी के इस ऐतिहासिक पावन दिन के जहाँ साक्षी बने। डॉक्टर जगदीश शर्मा का कहना है कि उन्हें इस बात की भी बहुत खुशी है कि इस भव्य मंदिर में पांगणा की भी ईंटे लगेंगी।उन्होने बताया कि यहां 1989 में भगवान श्री राम की ईंटे आई थी, जिनकी दिनभर बाजार के लक्ष्मी नारायण मंदिर में तथा रात को रामलीला मंच पर पूजा होती थी। उन्होंने इस मंदिर के पुनर्निर्माण के लिए करसोग-पांगणा सहित विश्व भर के सभी राम भक्तों को हार्दिक शुभकामनाएं एवं बधाई दी है। सुकेत संस्कृति साहित्य एवं जन कल्याण मंच पांगणा के अध्यक्ष डॉक्टर हिमेन्द्र बाली का कहना है कि-
विश्व में राम राज्य का आवर्तन होगा ।
भस्मीभूत सकल संकीर्ण व्यसन होगा।।
क्लेश कलह कुचेष्टा के हो दुर्ग ध्वस्त होंगे ।।
अहम का स्वाभिमान में परिवर्तन होगा ।।
संस्कृति संरक्षक आनी (कुल्लू) हिमाचल प्रदेश